Sad shayari ki duniya
मैं तेरी होती गई
और तुम मुझसे ही दूर भागते गए,
और तुम मुझसे ही दूर भागते गए,
मैं तुममें खोती गई
और तुम औरों की खोज में आगे निकलते गए,
और तुम औरों की खोज में आगे निकलते गए,
मैं तेरी बातें करती गई
और तुम हर बात में मुझे भुलाते गए,
और तुम हर बात में मुझे भुलाते गए,
मैं रात दिन रोती रही sad shayari
और तुम मुझे कमजोर समझते गए,
और तुम मुझे कमजोर समझते गए,
मैं तुम्हारे लिये औरों को नज़र अंदाज़ करती गई
और तुम मुझे ही दूर भेजते गए,
और तुम मुझे ही दूर भेजते गए,
मैं मन ही मन में घुटती गई
और तुम मुझे मगरूर समझते गए,
और तुम मुझे मगरूर समझते गए,
मैं बार बार तुम्हे समझाती गई
और तुम मुझे ही ना-समझ समझते गए,
और तुम मुझे ही ना-समझ समझते गए,
जैसे एक बहाने की ही तलाश थी तुम्हें,
और एक बहाने से ही तुम मुझे छोड़ते गए…
और एक बहाने से ही तुम मुझे छोड़ते गए…
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